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Kanpur Nagar points of interests, Important places, Lifestyle
कानपुर जो की पूरे देश में मशहूर है Leather city व अपने चमड़े के कारखाने की वजह से। कानपुर नगर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 80 किलोमीटर पश्चिम में है। अपने शुरूआती समय से ही कानपूर एक Industrial area ( औद्योगिक नगर ) रहा है। गंगा नदी के किनारे बसा ये नगर अपनी यातायात की सुगमता के कारण औद्योगिक नगर बन पाया है। यहां विभिन्न कॉलेज, यूनिवर्सिटी, टूरिस्ट स्पॉट्स, हॉस्पिटल्स, इंडस्ट्रियल एरियाज ( औद्योगिक क्षेत्र ) व इतिहास से सम्बंधित कई जगह मौजूद है। करीब 45 लाख की आबादी वाला ये जिला बहोत पहले से ही प्रदेश व देश में आकर्षण का केंद्र रहा है। हम इस आर्टिकल में Kanpur Nagar के सभी आकर्षण के व जरुरत के केंद्रों को दिखाने की कोशिश करेंगे।
Kanpur Nagar History ( कानपुर नगर का इतिहास )
कानपुर नगर का इतिहास बहोत ही पुराना है। कानपुर पुराना नाम कान्हपुर (कान्हपुर) था माना जाता है की कानपुर की स्थापना सचेन्दी राज्य के राजा हिन्दू सिंह ने की थी। कानपुर का सम्बन्ध महाभारत काल के वीर योद्धा कर्ण से भी माना जाता है। अवध के नवाबों के राज के अंतिम समय में ये नगर पुराना कानपुर, पटकापुर, कुरसवाँ , जूही और सीमामऊ गाँव को मिला कर बनाया था। परन्तु कानपुर तब भी सत्ता का मुख्य केंद्र नहीं था। ज्यादातर सत्ता धारी कन्नौज और कल्पी जैसे राज्यों के हुआ करते थे पर कानपुर अपने आप में एक आकर्षण का केंद्र था। बाद में यहां मुस्लिम शासकों का भी राज्य रहा। 1773 से 1801 में यहां अवध के नवाब अलमास अली का राज्य था पर उसी समय (1773 )अंग्रेजों के साथ की गयी संधि की वजह से यहां 1778 British, East India Company की छावनी की स्थापना हुई। कानपुर की सबसे पुरानी जगह का नाम जाजमऊ है। इसका सम्बन्ध पुराणों के एक राजा ययाति से था तब इसका नाम यायतीमउ हुआ करता था।
यहां गंगा नदी होने की वजह से भी यहाँ नावों से आवागमन आसानी से होता था जिसका फायदा उठा कर अंग्रेजों ने यहां दूर के इलाकों में नील की खेती करवाना शुरू कर दिया व किनारे के जगहों पर छोटे कारखाने भी लगे जिस से उन्हें इस देश से और ज्यादा फायदा हो सके। धीरे धीरे यहाँ कारखाने होने की वजह से आबादी बढ़ने लगी।
इतिहास के अनुसार कानपुर नगर और उस समय के Cawnpore से कुछ ही दुरी पर बिठूर में नाना साहेब ( Nana Saheb Peshwa II ) का राज्य था। ये मराठा साम्राज्य के शासक थे व Maratha Peshwa Baji Rao II ( मराठा पेशवा बाजी राव ii ) की गोद ली हुई संतान थे। नाना साहेब के समय बिठूर काफी संपन्न हुआ करता था। इनके बचपन के दोस्तों में प्रमुख Tatya Tope (तात्या टोपे ) व Manikarnika (मणिकर्णिका ) थे। मणिकर्णिका जो की बाद में चल कर मशहूर रानी लक्ष्मी बाई के नाम से प्रसिद्ध हुई। नाना साहेब व उनके अभिन्न मित्रों ने 1857 के स्वंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया उस समय तात्या टोपे खुद उनकी सेना की कमान संभाल रहे थे। उन्होंने कानपुर से सफलतापूर्वक General Windham (जनरल विण्ढ़म ) के खदेड़ दिया था व Cawnpore को अंग्रेजों के राज्य से मुक्त करवा लिया था। बाद में तात्या टोपे खुद झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई की मदद करने गए। अंग्रेजों के दूसरे हमले में कानपुर पर दोबारा अंग्रेजों का कब्ज़ा हो गया।
Interesting Fact (रोचक तथ्य ) – बुंदेली राजा छत्रशाल व मराठा वीर शिवाजी के राजकीय कवि रहे Kavi Bhushan ( कवि भूषण ) कानपुर से आते है। भूषण घाटमपुर तहसील के तिकवाँपुर गाँव के रहने वाले थे।
जिले के बारे में जानकारी
कानपुर इस समय उत्तर प्रदेश के मुख्य औद्योगिक नगरों में से एक है। कानपुर 10,863 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
मौजूदा डाटा के मुताबिक कानपुर की जनसँख्या 4581268 है। जिसमे से 2459806 पुरुष व 2121462 महिलाये है।
कानपुर की मुख्य भाषा हिंदी है।
कानपुर नगर में कुल 10 ब्लॉक , 4 तहसील व 1011 गाँव भी है।
Block Name | Tehsil Name | Total Gaon | List |
बिल्हौर /Bilhaur | Bilhaur | 119 | Full list Link |
पटारा /Patara | Bilhaur | 72 | Full list Link |
भितरगाओ Bhitargaon | Ghatampur | 120 | Full list Link |
चौबेपुर /Chaubeypur | Ghatampur | 124 | Full list Link |
घाटमपुर /GhatamPur | Ghatampur | 120 | Full list Link |
ककवन /Kakwan | Ghatampur | 37 | Full list Link |
शिवराजपुर /Shivrajpur | Ghatampur | 128 | Full list Link |
कल्याणपुर /Kalyanpur | Kanpur Sadar | 79 | Full list Link |
विधनू /Vidhnu | Kanpur Sadar | 95 | Full list Link |
सरसौल /Sarsol | Narwal | 107 | Full list Link |
कानपुर नगर में कुल 42 Police Stations (थाना ) भी है। सम्बंधित लिस्ट के लिए यहां क्लिक करें।
कानपुर नगर 25 डिग्री 25 मिनट से 25 डिग्री 54 मिनट latitudes और 79 डिग्री 34 मिनट से 80 degree 34 मिनट लोंगीटुडे में स्थित है।
इसके आस पास के जिलों में उत्तर की तरफ कन्नौज और हरदोई है। पूर्व की ओर उन्नाव जिला है ,दक्षिण में जिला फतेहपुर व जिला हमीरपुर है व पश्चिम में कानपुर देहात है।
Kanpur Nagar पाण्डु नदी और गंगा नदी के बीच में बसा हुआ है। दो नदियों के बीच में बसा होने की वजह से कानपुर नगर की भूमि काफी उपजाऊ है।
कानपुर नगर की मुख्य फसल गेहूं (wheat ), धान (paddy ), आलू (potato ), चना (gram ), मक्का (maize ), गन्ना (sugarcane ) है।
2010-2011 के डाटा के मुताबिक 5656 हेक्टेयर में फारेस्ट कवर है। जो की पूरे क्षेत्र का 1.8% है
Top 15 Tourist Places in Kanpur Nagar
Allen Forest Zoo, Kanpur
एलन ज़ू या फिर जूलॉजिकल पार्क कानपुर के नाम से जाने वाला पार्क कल्याणपुर और रावतपुर के बीच में पड़ता है। यह ज़ू करीब 76 hectares में फैला हुआ है और ये कानपुर का ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत के सबसे बड़े जूलॉजिकल गार्डन्स में से एक है। यहाँ बहोत सारे जानवर व पक्षी है जो की इस ज़ू में लोगों की रोमांच का केंद्र बने रहते है। यहां देखने के लिए आपको चिम्पांज़ी, तेंदुआ (leopard ), गेंडा (rhinos ), बाघ (Tigers ) आदि जानवर भी मिल जाएंगे। इस ज़ू में aquarium भी मौजूद है जो बच्चों को बड़े पसंद आते है। साथ ही यहां टॉय ट्रैन भी है जिसका टिकट बहोत ही सस्ता है। यहाँ जानवरों के अलावा विभिन्न तरह के फूल व वनस्पति भी मौजूद है। साथ ही साथ ये घूमने या समय व्यतीत करने के लिए एक बेहतरीन लोकेशन है। चारो ओर फैली हरियाली भी यहां पर लोगों के आने की मुख्य वजहों में से एक है। सबसे महत्यपूर्ण बात की ये एक प्लास्टिक फ्री जोन है और इसे प्लास्टिक फ्री जोन रहने में मदद करने पर लोगों को इंसेंटिव दिया जाता है।
समय : सुबह 8 बजे से शाम 5:30 तक व सोमवार (Monday ) को बंद
एंट्री फी :
- एडल्ट्स : ₹ 30 ( साधारण दिन ), ₹ 40 ( हॉलिडे पर ), ₹ 50 (ट्रैन राइड के लिए )
- बच्चे : ₹ 15 ( साधारण दिन ), ₹ 20 ( हॉलिडे पर ), ₹ 25 (ट्रैन राइड के लिए )
- विदेशी : ₹ 150
- विदेशी बच्च : ₹ 75
- प्लास्टिक बॉटल्स व रेपर वापस करने पर दश रूपए वापस
Moti Jheel, Kanpur
मोती झील, कानपुर का एक बहोत ही सुन्दर पिक्चर स्पॉट है। यहां रोज़ाना ही लोगों की और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की भीड़ बानी रहती है जो यहां फोटोग्राफी व Instagram reels या YouTube videos बनाने के लिए मौजूद रहते है। इसके साथ ही यह एक अच्छा फॅमिली टूरिस्ट स्पॉट भी है। यहां काफी ज्यादा संख्या में फैमिलीज़ भी मौजूद रहती है। मोती झील अंग्रेजों के समय का बताया जाता है। जिसे उस समय शहर के जल के श्रोत में बनाया गया होगा पर आज के समय में ये एक टूरिस्ट स्पॉट है। ये एक आयताकार (rectangle shape ) की झील है और यह बहोत सारे जल जीव मौजूद है। यह रावतपुर से कुछ ही मिनटों की दुरी पर है।
समय : रोज़ाना सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक
एंट्री फीस : शून्य
Z Square Mall, Kanpur
शॉपिंग या खरीददारी के शौक़ीन और खाने पीने के शौक़ीन लोगों के z square मॉल एक बेहतरीन स्पॉट है। यह एक ओपन स्पेस डिज़ाइन बेस्ड शॉपिंग मॉल है। यहां विभिन्न ब्रांडेड स्टोर्स जैसे की apple, Samsung, OnePlus, D&J, Adidas, Reebok, Versace, Kalyan Jewellers, Jawed Habib, Dunkin Donuts, Pizza Hut आदि के ऑफिसियल स्टोर्स मौजूद है। यहां खाने के लिए भी अमेरिकन फ़ास्ट फ़ूड , chinese फ़ूड व इंडियन फ़ूड के भी कई सारे स्टोर्स मौजूद है। यहां मौजूद INOX मल्टीप्लेक्स आकर्षण का केंद्र है यहां कई बॉलीवुड व हॉलीवुड स्टार्स अपनी फिल्म प्रमोट करने आते रहते है। यह मॉल रोड, बड़ा चौराहा पर स्थित है।
समय : 11 बजे सुबह से 10 बजे रात तक
official website; Z square mall
JK Temple Kanpur
करीब 500 वर्षों से भी ज्यादा पुराने इस मंदिर में आज भी श्रद्धालु बहोत दूर दूर से दर्शन करने आते है। या मंदिर प्राचीन व मॉडर्न आर्किटेक्चर का एक उत्कृस्ट उदाहरण है। इसे जुग्गीलाल कमलापत मंदिर और श्री राधकृष्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर में पांच मूर्तियां है। जिनमे से मुख्य श्री राधाकृष्णन की मूर्ति है इसके अलावा यहां लक्ष्मीनारायण , अर्धनारीश्वर , नामदेश्वर और भगवान् हनुमान की मूर्ति है।
समय : सुबह 8 बजे से 10 बजे तक शाम 5 बजे से 8 बजे तक
संध्या बंदन ; शाम 7 बजे
फीस : शून्य
Blue World Theme Park Kanpur
गर्मी के मौसम में कानपुर व आस पास के एरिया का सबसे पसंदीदा स्पॉट ब्लू वर्ल्ड थीम पार्क। यहां विभिन्न तरह की वाटर स्लाइड्स और पूल्स मौजूद है। यहां की चेयर लिफ्ट व फ्री फॉल राइड मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यहां फ़ूड कोर्ट व एक मॉल भी मौजूद हो जो आपको जरुरत की सभी चीज़े उपलब्ध करवा सकता है। यहां विभिन्न तरह की थीम्स बेस्ड राइड्स है जिनका आप लुत्फ उठा सकते है। ब्लू वर्ल्ड थीम पार्क बिठूर रोड पर स्थित है।
समय : 10 :30 सुबह से 6 : 30 शाम
फीस : वाटर पार्क / एम्यूजमेंट पार्क – एडल्ट्स – वीकेंड्स 700 रूपए बाकी दिन 600 रूपए। किड्स – वीकेंड्स 350 रूपए बाकी दिन 300 रूपए।
वाटर पार्क + एम्यूजमेंट पार्क – एडल्ट्स – वीकेंड्स 850 रूपए बाकी दिन 750 रूपए। किड्स – वीकेंड्स 450 रूपए बाकी दिन 400 रूपए।
कास्टूम व लाकर के चार्जेज अलग।
ऑफिसियल वेबसाइट : Blue World Theme Park
Bithoor, Kanpur
बिठूर का इतिहास बहोत ही पुराना है। मुख्य पुराणों में भी इस जगह का उल्लेख पाया जाता है। महर्षि बाल्मीकि आश्रम यहां का मुख्य आकर्षण का केंद्र है, रामायण के समय देवी सीता इस आश्रम अपने वनवास के समय आई थीं। इसके अलावा यहां एक कैलाश पर्वत के जैसे ही एक छोटी रेप्लिका भी मौजूद है। सुधांशु जी महाराज आश्रम भी यहां आकर्षण का केंद्र है उनके लिए जो मन की शांति चाहते है। ब्रह्मावर्त और पत्थर घाट जैसी जगहों पर आप नदी में डुबकी लगा सकते है। इस जगह का नवीनीकरण किया गया है पर पुराने ढाँचे अभी भी पुरानी छोटी ककई ईंट के बने हुए है। 1857 के स्वंत्रता संग्राम में बिठूर का मुख्य योगदान रहा था। इस जगह रानी लक्ष्मी बाई का बचपन भी बीता था। ये कानपुर से लगभग 20 कम की दुरी पर स्थित है।
Green Park, Kanpur
ग्रीन पार्क, कानपुर जिले की शान है। इस क्रिकेट स्टेडियम की पिच बेहद कठिन है व 32000 की कैपेसिटी वाला ये स्टेडियम कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मैचस का वेन्यू रह चुका है। इसके अलावा ये स्टेडियम IPL मैचेस भी होस्ट कर चुका है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये बहोत ही ज्यादा महत्यपूर्ण जगहों में से एक है। यह स्टेडियम सिविल लेन कानपुर के पास स्थित है। यह क्रिकेट स्टेडियम अपने ५०० से भी ज्यादा मैचेस होस्ट कर चुका है।
Jain Glass temple
जैन कांच मंदिर वैसे तो स्वेताम्बर जैन लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है पर ये मंदिर अपनी बेहतरीन कांच की कारीगरी के कारण सभी धर्मों के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। श्री धर्मनाथ स्वामी टेम्पल या जैन कांच मंदिर के अंदर व बाहर का कारीगरी का काम हिन्दू मंदिरों से मिलता झुलता है। हिन्दू मंदिरों की तरह ही इस मंदिर में भी दीवार व छत और गुम्मद पर कारीगरी की गयी है। सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाली इसकी कांच की कारीगरी मंदिर के हर हिस्से में मौजूद है। यह कोई सादा कांच नहीं बल्कि तरह तरह के कांच अनेकों रंगों में इस मंदिर की दीवारों, खम्बों, व छत पर मौजूद है। शाम को इसकी छवि देखते ही बनती है। यह मंदिर जनरल गंज में स्थित है।
समय : सुबह 6 से 11 बजे के बीच व शाम 4 से 5 :30 के बीच
एंट्री फीस : शून्य
Nana Rao Park. Kanpur
नाना राव पार्क को आजादी से पहले मेमोरियल वेल गार्डन नाम से जाना जाता था। पर आजादी के बाद इसका नाम बदल कर नाना राव पेशवा के नाम पर रख दिया गया। नाना राव ने आजादी की पहली लड़ाई में अंग्रेजों को कानपुर से भगाया था। ये कानपुर के सबसे बड़े पार्क में से एक है और शहर के बीचों बीच माल रोड पर स्थित है। इस पार्क को अंग्रेजों के द्वारा ही बनाया गया था पहली स्वतंत्रता संग्राम में मारे गए अंग्रेज सैनिकों की याद में पर आजादी के बाद जब अंग्रेज यहां से चले ही गए है तो उनके मेमोरियल पार्क में लोग जाना क्यों पसंद करेंगे। इस वजह से इसका मॉडिफिकेशन कर इसे भारतीय सैनिकों को समर्पित किया गया। यहाँ कई जानी पहचानी मूर्तियां देखने को मिल जाएंगी। जिनमे से प्रमुख नाना रओ पेशवा, उनके मित्र व मुख्य सेनापति तात्या टोपे और रानी लक्ष्मी बाई मौजूद है। यह भी कानपुर की घूमने लायक जगहों में से एक है।
समय : सुबह 5 बजे से शाम 8 बजे तक
फीस : 20 रूपए
Kanpur Memorial Church
1875 में बानी ये चर्च All Soul’s Cathedral के नाम से भी मशहूर है। ये चर्च लोम्बार्डी गोथिक आर्किटेक्चर में ईस्ट बंगाल रेलवे के आर्किटेक्ट Walter Granville द्वारा बनायीं गयी थी। ये चर्च उन्हें समर्पित है जो मारे गए थे 1857 के स्वंत्रता संग्राम में अंग्रेजी हुकूमत की तरफ से। जो अंग्रेज सैनिक नाना साहेब की रणनीतिक सैनिक विद्रोह का शिकार हुए थे उनके लिए। यह चर्च लाल ईंट से बनायीं गयी है और ास्प पपास बहोत विशाल कपूणद है जिसमे ढेरों पेड़ लगे हुए है।
ISKCON Temple, Kanpur
International Society for Krishna Consciousness ने इस मंदिर की स्थापना की है। ISKCON ने देश व विदेशों में भी कई भव्य मंदिरों की स्थापना कर रही है। यह जगह शान्ति व ध्यान योग के लिए एक दम सही है। हर ISKCON मंदिर की तरह इस मंदिर में भी एक बड़ी रसोई है जो भूखे लोगों को खाना खिलाने का काम करती है। इस रसोई में बनने वाला खाना सुध शाकाहारी होता है। यह मंदिर सफ़ेद पत्थर से बनाय गया हैव इसमें समस्त हिन्दू देवी देवताओं की मुर्तिया है। प्राचीन हिन्दू पद्धति पर बने इस मंदिर में सभी प्राचीन मंदिरों की तरह एक तालाब भी है। ये मैनावती मार्ग बिठूर रोड पर स्थित है।
समय : सुबह 5 बजे से शाम 8 बजे तक
एंट्री फीस : शून्य
Phool Bagh and Kanpur Museum
फूल बाग़ कानपुर एक अर्बन सिटी पार्क है और ये अपने शुरुआत के समय से ही राजनितिक बैठकों व राजनैतिक रैलियों का केंद्र रहा है। 19 वीं सदी में इसकी स्थापना की गयी थी उस समय ये ब्रिटिश हुकूमत के जरुरी काम काज का दफ्तर हुआ करता था। आज यह एक म्यूजियम के रूप में संजोया गया है। यह माल रोड पर स्थित है।
,समय : सुबह 7 से शाम 7 बजे तक
एंट्री फीस : १० रूपए
Massacre Ghat, Kanpur
सत्ती चौरा घाट या massacre घाट के नाम से मशहूर ये घाट अपने आप में कई कहानियां समेटे हुए है। लोगों का कहना है की ये घाट सटी प्रथा से सम्बंधित है पर कुछ दूसरे लोगों को कहना है की इस घाट का सम्बन्ध 1857 के सैनिक विद्रोह है। पर दोनों की केस में यह घात लाखों लोगों की मौत का साक्षी है। ये कानपूर कैंट में स्थित है।
समय : वैसे तो ये घाट हर समय खुला है पर रात में यहां जाना समझदारी नहीं होगी
फीस : शुन्य
Jajmau, Kanpur
जाजमऊ कानपूर छोटी बड़ी हर तरह की इंडस्ट्री का हब है। यहाँ से ही कानपुर की leather Industry की शुरुआत हुई थी और इसी जगह की वजह से आज कानपुर को Leather City कहते है। साथ ही साथ यहां पुरातत्व विभाग को कोई ऐसी जगह भी मिली है जो हजारो साल पुरानी है। हालाँकि ये चौकाने वाली बात नहीं है क्यूंकि कानपुर का खुद का इतिहास बहोत पुराण है और उसके पास के जिले कन्नौज का इतिहास तो पृथ्वीराज चौहान के समय से है। यहां मौजूद सिद्धांत घाट भी आकर्षण का केंद्र है पर जाजमऊ में आपको प्योर लेदर के सामान बहोत ही सस्ती कीमत पर मिल जाएंगे।
Sadar Bazaar, Kanpur
सदर बाजार कानपुर में आपको ऐसी दुकाने मिल जाएंगी जो बहोत ही कम दाम पर लेदर की सामन बेच रही होगी। इसके अलावा यहां होम डेकोरेशन की भी कई दुकाने मौजूद है। यह कानपुर के सबसे बड़े बाजारों में से एक है। यहां अलग अलग तरह की चाट और लड्डू की दुकाने बी मौजूद है। सदर बाजार माल रोड पर स्थित है।
Bhitargaon Temple
भितरगांव का नाम इतिहास में गुम सा होता जा रहा है। ये जगह आज से 1500 साल पुरानी विरासत समेटे हुए है। यहां मौजूद इमारते 6 सदी के गुप्ता साम्राज्य की है। ये टेराकोटा पद्धत्ति का उत्क्रस्त उदहारण है। यहां मौजूद हर मदिर का दरवाज पूर्व की और मुंह करता है। यहां हिन्दू देवी देवताओं की भी विभिन्न चित्र मौजूद है।
Kanpur Nagar FAQs
Kanpur Nagar पाण्डु नदी और गंगा नदी के बीच में बसा हुआ है।
25 degree 25 minute and 25 degree 54 minute latitude and 79 degree 34 minute and 80 degree 34 minute longitude
Kanhpur and Cawnpore
10 blocks
4 Tehsils
10863 sq km
80 km approximately
Unnao, Kanpur Dehat, Kannauj, Fatehpur, Hamirpur, Hardoi