पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जो की उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले से गाज़ीपुर तक बनाया जा रहा है जल्द ही आम यातायात के लिए खोल दिया जायेगा। सरकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक इस परियोजना का लगभग 98-99% बनकर तैयार हो चूका है और इसके उद्घाटन की तैयारियां भी साथ में ही की जा रहीं हैं।
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इस एक्सप्रेसवे से न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार के यातायात को भी काफी राहत मिलेगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद बिहार से दिल्ली जाने वाले यातायात को काफी मदद मिलेगी क्यूंकि ये गाज़ीपुर जो की बिहार बॉर्डर के काफी नजदीक है से लखनऊ और उसके बाद लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के जरिये दिल्ली तक जाने वाले यातायात के लिए काफी राहत पहुंचाने का काम करेगा। साथ ही ये एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के नए विकास की रास्ते खोल देगा।
ताज़ा जानकारी के हिसाब से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उदघाटन 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया जायेगा। यह एक्सप्रेसवे 341 किलोमीटर लम्बा है तथा ये 6 लेन का हाईवे है और इसको बनाने में करीब-करीब 22494 करोड़ का खर्चा आया है।
आपको बताते चलें की पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों से होकर गुज़र रहा है। ये एक्सप्रेसवे लखनऊ के चाँद सराय गाँव से शुरू होकर बाराबंकी -अमेठी -सुल्तानपुर -अयोध्या -आंबेडकर नगर -आजमगढ़ -मऊ के रास्ते गाज़ीपुर के हैदरीआ से मोहम्मदाबाद-बक्सर हाईवे को जोड़ेगा। वहीँ दूसरी तरफ लखनऊ में ये एक्सप्रेसवे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे पर कुल 6 टोल प्लाजा हैं।
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इस परियोजना (purvanchal expressway) की शुरुवात वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के द्वारा की गयी थी और इस परियोजना की जिम्मेदारी UPEIDA (Uttar pradesh expressways industrial development authority) को सौंपी गयी थी तथा इस परियोजना की नींव दिसंबर 2016 में रखी गयी थी। जानकारी के हिसाब से UPEIDA ने यह परियोजना अपने तय समय पूरी कर दी है और जल्दी ही आम नागरिक के उपयोग पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगी।